गढ़ाकोटा। भागवत कथा श्रवण ही भवसागर से पार जाने का उपाय है = पंडित राजेन्द्र जी शास्त्री
प्रतिनिधि
श्रीराम साहू
गढ़ाकोटा
भागवत कथा ही कलयुग में एकमात्र साधन है जिसके श्रवण करने से भवसागर से पार जाएंगे और जन्म-जन्मंतर के प्रकल्प से मुक्ति पा लेंगे अपने पिछले जन्मों में कोई बहुत पुन्य कार्यकारी कार्य किए होंगे जो आपको भारत देश की पावन धरती पर मानव रूप में जन्म लेने का अवसर प्राप्त हुआ। भारत देश की धरती ऐसी धरती है जिस पर स्वर्ग के देवता भी किसी भी रूप में जन्म लेने को तरसते हैं और भारत भूमि पर जन्म मिलना और हिंदू धर्म में जन्म लेकर भागवत कथा, राम कथा सुनने का सौभाग्य मिलना कई जन्मों की तपस्या के बाद प्राप्त होता है। इसलिए अपने जीवन में जब भी समय मिले सत्संग भक्ति भागवत कथा श्रवण और भजन पूजन कर लेना चाहिए । क्योंकि कल का कोई भरोसा नहीं है। जिला सागर के नगर पालिका परिषद गढ़ाकोटा के अंतर्गत देव जनकपुरी मंदिर में भव्य श्रीमद् भागवत कथा आयोजन के अवसर पर परम विद्वान ज्ञानी भगवत रसिक पंडित श्री राजेंद्र प्रसाद जी शास्त्री द्वारा अमृतमई वाणी में श्रीमद् भागवत कथा का वाचन किया जा रहा है। नगर के प्रसिद्ध समाजसेवी धर्मप्रेमी श्री कृष्णकांत चौरसिया लट्टू एवं उनके समस्त चौरसिया परिवार द्वारा भागवत कथा का आयोजन किया गया है जिसमें विगत दिवस में कलश यात्राऔर कथा प्रारंभ किया गया और श्री कृष्ण जन्म महोत्सव को विराट तरीके से मनाया गया । कथा के इस दिवस में श्री कृष्ण लीला और श्री गिरिराज गोवर्धन पर्वत पूजन कथा प्रसंग का वर्णन किया गया शास्त्री जी ने बताया कि जब श्री कृष्णा 7 वर्ष के थे तो उन्होंने एक दिन देखा कि उनके माता-पिता और ग्रामीण जन किसी पूजा की तैयारी कर रहे हैं उन्होंने पूछा तो पता चला कि आज इंद्रदेव की पूजा है तो बाल गोपाल श्री कृष्ण ने कहा कि हम इंद्र की पूजा क्यों करते हैं जबकि हम गोपाल हैं और गाय चराने के लिए गिरिराज गोवर्धन पर्वत पर जाते हैं । गिरिराज गोवर्धन पर्वत ही हमारे पशु पक्षियों , गाय बछड़ों की रक्षा करते हैं और उनका भरण पोषण करते हैं तो हमें गिरिराज जी की पूजा करना चाहिए और इस प्रसंग में इंद्र के कोप और अत्यधिक बारिश एवं भगवान श्री कृष्ण की गिरिराज धारण करने की कथा का प्रसंग भी सुनाया गया । सभी भक्तों ने संगीत मय श्रीमद् भागवत कथा में भजन का भी आनंद लिया और चौरसिया परिवार द्वारा सभी भक्तों का आभार व्यक्त किया गया एवं प्रसाद वितरण किया गया इस अवसर पर नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र से भक्त श्रद्धालु एवं गण नागरिक और माताएं बहने बच्चे बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं और संगीत में श्रीमद् भागवत कथा का कथा श्रवण कर आनंद ले रहे हैं
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