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Image Source : naidunia.com |
शिवपुरी| मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में लगातार हो रही भारी बारिश ने हालात को गंभीर कर दिया है। शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति बन गई है, और सिंध व कूनो नदी अपने उफान पर हैं। इस प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। खास तौर पर लुकवासा क्षेत्र में एक निजी स्कूल में पानी भर जाने से बच्चों और स्कूल स्टाफ के फंसने की खबर ने प्रशासन को हाई अलर्ट पर ला दिया है।
जानकारी के अनुसार, शिवपुरी जिले में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। शहर की निचली बस्तियों में पानी घुस गया है, जिससे लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। सिंध नदी के बढ़ते जलस्तर ने कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं।
लुकवासा में एक निजी स्कूल में अचानक पानी भर जाने से वहां मौजूद बच्चे और स्टाफ सदस्य फंस गए। भारी बारिश के कारण स्कूल परिसर में जलभराव हो गया, जिससे निकासी में दिक्कतें आईं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस को इसकी सूचना मिलते ही बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार, एसडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा गया है, जो बच्चों और स्टाफ को सुरक्षित निकालने की कोशिश में जुटी है।
जिला प्रशासन ने लोगों से नदियों और निचले इलाकों से दूर रहने की अपील की है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक शिवपुरी और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस बीच, कई क्षेत्रों में सड़क संपर्क टूट गया है, और यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बारिश के कारण उनकी रोजमर्रा की जिंदगी ठप हो गई है। प्रशासन ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया है और लोगों से किसी भी आपात स्थिति में संपर्क करने को कहा है।
यह स्थिति मध्य प्रदेश में मानसून के कहर का एक और उदाहरण है, जहां भारी बारिश ने कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर इस आपदा से निपटने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मौसम की अनिश्चितता ने चुनौतियों को और बढ़ा दिया है।
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