Ahmedabad Plan Crash : मलबे से मिला इतना सोना , नकदी और कीमती सामान, चश्मदीद ने बयां किया आंखों देखा हाल जानिए ! | The State Haalchal News

Ahmedabad News : गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून 2025 को हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान, जो फ्लाइट AI171 के रूप में अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भर रहा था, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद मेघाणीनगर स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों सहित कुल 270 लोगों की मौत हो गई, जबकि एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति विश्‍वास कुमार रमेश हैं। हादसे के बाद अब मलबे से कीमती सामान बरामद होने की खबरें सामने आ रही हैं, साथ ही चश्मदीदों के बयान इस त्रासदी की भयावहता को बयां कर रहे हैं।


अहमदाबाद विमान हादसा भारत के विमानन इतिहास की सबसे भयावह त्रासदियों में से एक है। मलबे से बरामद कीमती सामान और चश्मदीदों के बयान इस हादसे की गंभीरता को और उजागर करते हैं। जांच अभी जारी है, और उम्मीद है कि ब्लैक बॉक्स डेटा से हादसे के सटीक कारणों का पता चल सकेगा। इस बीच, राजू पटेल जैसे लोगों की ईमानदारी और समाज की एकजुटता इस दुख की घड़ी में एक सकारात्मक संदेश दे रही है।

मलबे से बरामद हुआ 70 तोला सोना और अन्य कीमती सामान

हादसे के बाद बचाव और तलाशी अभियान के दौरान मलबे से 70 तोला (लगभग 700-800 ग्राम) सोने के आभूषण, 80,000 रुपये नकद, पासपोर्ट, एक भगवद गीता, एक मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और 4-5 बैग बरामद किए गए हैं। ये सभी सामान स्थानीय व्यापारी राजू पटेल और उनकी टीम ने मलबे की तलाशी के दौरान इकट्ठा किया और पूरी ईमानदारी के साथ पुलिस और प्रशासन को सौंप दिया। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने इस नेक कार्य की सराहना करते हुए कहा कि ये सामान पीड़ितों के परिजनों को लौटाया जा रहा है। 

X पर कई यूजर्स ने राजू पटेल की इस ईमानदारी की तारीफ की है। एक यूजर ने लिखा, "एक सामान्य सनातनी ऐसा ही उदार, सज्जन और निष्ठावान होता है। दुनिया के किसी भी हिस्से में ऐसी मिसाल नहीं।" इस घटना ने न केवल मानवीय संवेदना को दर्शाया, बल्कि यह भी साबित किया कि विपदा के समय समाज में अच्छे लोग अभी भी मौजूद हैं।

चश्मदीद आर्यन का बयान: "लगा जैसे प्लेन लैंड होने वाला है"
हादसे का एक वायरल वीडियो बनाने वाले आर्यन असारी ने उस दिन की घटना का आंखों देखा हाल साझा किया। आर्यन ने बताया, "मैं 12 जून को वहां था। प्लेन इतना नीचे से गुजर रहा था कि मुझे लगा जैसे वह लैंड होने वाला है। मैंने वीडियो शूट करना शुरू किया ताकि दोस्तों को दिखा सकूं। लेकिन अचानक एक जोरदार धमाका हुआ और चारों तरफ आग की लपटें दिखाई दीं।" आर्यन का 59 सेकंड का यह वीडियो जांच में महत्वपूर्ण साक्ष्य बन गया है, जिसमें टेकऑफ से लेकर क्रैश तक का दृश्य स्पष्ट रूप से कैद है। 

हादसे की भयावहता और जांच की प्रगति
12 जून 2025 को दोपहर 1:38 बजे टेकऑफ के बाद विमान ने मात्र 33 सेकंड तक उड़ान भरी और फिर बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गया। हादसे में विमान के सभी 242 यात्रियों में से केवल विश्‍वास कुमार रमेश, जो सीट 11A पर बैठे थे, जीवित बचे। वह इमरजेंसी एग्जिट के पास थे और टूटे हुए हैच से बाहर निकलने में सफल रहे।

जांच में पता चला कि पायलट कैप्टन सुमीत सभरवाल ने टेकऑफ के बाद "थ्रस्ट नॉट अचीव्ड", "फॉलिंग" और "मेडे" जैसे संकट संदेश भेजे थे। दोनों ब्लैक बॉक्स—फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर—बरामद कर लिए गए हैं, जो हादसे के कारणों का पता लगाने में मदद करेंगे। प्रारंभिक जांच में "अत्यंत दुर्लभ" दोहरे इंजन फेल्योर की संभावना जताई जा रही है, जिसके चलते भारत ने सभी बोइंग 787 विमानों का निरीक्षण करने का आदेश दिया है

मानवीय त्रासदी और सरकारी प्रयास
हादसे में मरने वालों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और एक प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्माता भी शामिल हैं। अब तक 80 शवों की डीएनए जांच के माध्यम से पहचान हो चुकी है, जिनमें से 33 शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। गुजरात राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण (GSLSA) ने "प्लेन क्रैश लीगल सपोर्ट हेल्पडेस्क" शुरू किया है, जो पीड़ितों के परिवारों को कानूनी और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे के तुरंत बाद अहमदाबाद का दौरा किया और एकमात्र जीवित बचे विश्‍वास कुमार से मुलाकात की। ब्रिटेन के राजा चार्ल्स III ने भी लंदन में अपने जन्मदिन परेड के दौरान पीड़ितों के लिए शोक व्यक्त किया।

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